- यह पंचतंत्र का अनुवाद है।
- अरबी व फारसी ग्रंथों में कलीला-दमना व मुल्ला दो प्याजा उल्लेखनीय है।
- करटक तथा दमनक का बदलता हुआ
- यह एक रूपात्मक कहानी है जिसमे एक ब्राह्मण राजपुत्रों को उपदेशात्मक कहानियाँ सुनाता है।
- ब्राह्मण अपनी शिक्षा को जानवरों के प्रतीक स्वरूप प्रस्तुत करता है।
सुरयानी
- 570 ई में इस भाषा में पंचतंत्र का अनुवाद हुआ जिसमे करटक - कलीलाक व दमनक – दमनाक हो गये।
बगदाद
- कलीला-दमना के आधार पर सर्वप्रथम सचित्र पुस्तक 1258 ई. में तैयार की गयी।
अबुल-फजल
- अकबर के काल में फारसी में अनुवाद किया जिसका नाम आयरे दानिश रखा गया।
अब्दुला इब्ने मुकफा
- पंचतंत्र का अनुवाद फारसी में अन्वारे सुहैली नाम से किया।
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